वाश रूम घर का वह कौना है जो हमे साफ और निर्मल रखता है। उसकी डिजाइनिंग में करे कुछ खास प्रयोग, ताकि रूह तक सुकून उतरता जाए ।
वह इन दिनों कुछ परेशान सा है। हमेशा चिंतामुक्त रहने वाला पिछले कुछ महीनों से बदल सा गया है।
बात बात पर चिढ़ना और झुंझलाना उसकी आदत में शामिल ही गया है। उसने सोशल मीडिया पर अपने ग्रुप पर जब हां परेशानी बाटी तो उसका हल भी बेहतरीन मिल गया। अब उसका मूड रिफ्रेश रहता है,और अपने आस पास भी वह खुशिया ही बेखेरता है।
जानते है वह जादू क्या है -
सिरामिक बॉटल्स
याद करे जब आप किसी अच्छे होटल में जाते है तो मॉइस्चराइजर, हैंड क्रीम, फेस वॉश सिरेमिक की बढ़िया बॉटल्स में रखे जाते है, और लकड़ी की टोकरी में ये सब छोटी छोटी चीजे एक साथ रखी होती है। तोलिये भी एक साथ उसी की मैचिंग की ट्रे में तरकीब से फोल्ड हुए होते है। एक भीनी सी खुशबू भी इन चीजों में से आ रही होती है। बहुत कम पैसे खर्च कर आसानी से यह स्टाइल कोई भी बना सकता है।
एसेंसियल ऑयल
बीते कुछ सालों में ब्यूटी इंडस्ट्री में एसेंसियल आयल ने अपनी एक खास जगह बनाई है। ये न केवल सौंदर्य बढ़ाने के काम आते है, बल्कि रिलेक्स करने का भी एक बेहतरीन स्रोत है। मिस्र, चीन और रोमन संभ्यताओ में सदियों पहले से इनका इस्तेमाल होता आया है। अगर एंजाइटी जे शिकार है तो वनीला आयल का प्रयोग वाश रूम में उपयुक्त रहेगा। तह बेचैनी को दूर कर ब्लड प्रेशर को कम करता है। इसके साथ ही लैवेंडर रोज आदि का भी प्रयोग किया जा सकता है।
हरियाली जरूरी है
पेड़ पौधों Indoor plants की खूबसूरती में अपनी एक अलग ही अहमियत है।चूंकि यह वह जगह होती है जहाँ उमस भी बहुत होती है। ऐसे में वे पौधे लगाए जो कि विपरीत माहौल को नियंत्रित कर सकारात्मक ऊर्जा दे।
बेहतर हो संयोजन
वाशरूम में रंगों का चयन करते समय हमेशा ही सावधानी बरतें। दीवारों और टाइल्स का रंग हल्का होना चाहिए। वही जो भी एसेसरीज का इस्तेमाल करे वे गहरे और ब्राइट रंग color की होनी चाहिए यह वह जगह है जो हमे आराम देती है। रोशनी बहुत तेज़ ना हो हल्की ही रहने दे स्टाइल के चक्कर मे आराम और जरूरतों को नजरअंदाज ना करे।
स्मार्टनेस हो यहां भी
घर के बेडरूम, लिविंग रूम Living room आदि हम साफ सुथरे रखते है, वैसे बाथरूम को नही रख पाते है। वास्तु के अनुसार चीजो का बेतरतीब होना भी बेचैनी को बढ़ाता है। कोशिश करे चाहे कितनी भी जल्दी क्यों न हो बाथरूम को किसी भी हालत में अव्ययवस्तिथ नही होने देंगे। बच्चो में भी इस आदत को डाले।
इंटीरियर डिज़ाइनर नरेश सुथार (NN Design)के अनुसार जब घर की बहुत सी चीजो में तकनीकी का समावेश हो चुका है तो रेस्टरूम को भी इससे अछूता न रखे। तकनीकी युक्त शॉवर, स्क्रबर, फुट मसाजर, लाइट्स ऐसी न जाने कितनी एसेसरी बाथरूम के लिए आ रही है। लेकिन जो भी समान यह रखे , ध्यान रखे वह ज्यादा न हो, यह अगर जगह काम है तो उसी के अनुसार डिज़ाइन खुद की सन्तुष्टि के लिए करे।
Interior design courses in Indore
ReplyDeleteI think this is an informative post........